Pulhashram
पुलहाश्रम यात्रा
18 दिनों की अयोध्या – बनारस – नेपाल – पुलहाश्रम की यात्रा
दिन 1: राजकोट से प्रस्थान
राजकोट से शाम 7 बजे , गुरुकुल के पास ढेबर रोड से प्रस्थान ।
रात को 12 बजे अहमदाबाद पहुंचेंगे ।
दिन 2 : टोरडा स्वामी नारायण मंदिर
दिन 2 : रात्री प्रवास कर के सुबह 5 बजे टोरडा स्वामी नारायण मंदिर में दर्शन ।
वहाँ से शामलाजी जाएंगे और भगवान विष्णु के दर्शन करेंगे । बाद में केशरियाजी में वृषभ देव के दर्शन करेंगे । वहाँ से आगे शाम को नाथ द्वारा में रात्री विराम करेंगे।
दिन 3 : श्रीनाथजी दर्शन
दिन 3 : सुबह श्रीनाथजी दर्शन – तेल और घी का कुआ और सोना रुपा की घंटी के दर्शन कर के पुष्कर जाएंगे । पुष्कर सरोवर में स्नान करेंगे और वहाँ ब्रह्मा मंदिर का दर्शन करेंगे जो की विश्व का एकमात्र ब्रह्मा मंदिर है। यहां से रात्री यात्रा कर के सुबह वृंदावन पहुचेंगे।
दिन 4 : वृंदावन
वृंदावन , कालिंदी नदी धरो दर्शन । वृंदावन प्रेम मंदिर दर्शन कर के वहाँ लेसर शो देखेंगे । बाद में मथुरा में कृष्ण जन्म स्थान देखेंगे और यमुना स्नान करेंगे, बाद में गोकुल जाएंगे ।
गोकुल में 84 स्तम्भ दर्शन, ब्रह्मांड घाट में स्नान करेंगे । रमन रेती दर्शन करेंगे । शाम को वहाँ से निकलेंगे , रात्री प्रवास कर के सुबह अयोध्या पहुंचेंगे ।
दिन 5 : अयोध्या
अयोध्या में राम जन्मभूमिदर्शन , दशरथ महेल, रत्न सिंहासन मंदिर , हनुमान मंदिर , कनक भुवन दर्शन कर के नंदी ग्राम जाएंगे । नंदी ग्राम में भरतजी का तप स्थान भारत कुंडमें स्नान करेंगे और सरयू नदी में भी स्नान करेंगे।
अयोध्या में रात्री विराम कर के सुबह छपैया पहुचेंगे।
दिन 6 : छपैया
छपैया में स्वामीनारायण भगवान का जन्म स्थान दर्शन करेंगे । और बाल लीला चरित्र दर्शन कर के नेपाल की बॉर्डर सनौली के लिए निकलेंगे । रात्री प्रवास कर के सुबह पोखरा नेपाल पहुचेंगे ।
दिन 7 : पोखरा नेपाल के लिए यात्रा
दिन 8 को नेपाल, पोखरा पहुंचेंगे ।
दिन 8 : पोखरा
पोखरा में साइट सीइंग, राम मंदिर, गूपतेश्वर महादेव , श्वेती नदी में स्नान , डेविस फॉल , और फेवया लेक में बोटिंग करेंगे । रात्री विराम पोखरा में होगा।
दिन 9 : पुलहाश्रम
सुबह पुलहाश्रम की और जाएंगे । पुलहाश्रम दर्शन कर के जोम सोम रात्रि विराम करेंगे ।
दिन 10 : काठमण्डू के लिए प्रस्थान
दिन 11 : काठमण्डू
सुबह पोखरा के लिए निकलेंगे और पोखरा से काठमण्डू के लिए निकलेंगे । रात्री विराम काठमण्डू में करेंगे।
पशुपती नाथ , बौद्ध स्तूप और बुट्ठ्था नीलकंठ , स्वयंभू नाथ के दर्शन करेंगे । खरीदी कर के रात को बनारस के लिए निकलेंगे ।
दिन 12 : बनारस पहुचेंगे और बनारस में रात्रि विराम करेंगे ।
दिन 13 : बनारस
में काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग , करवत मंदिर, 84 घाट दर्शन , अन्नपूर्णा मदिर दर्शन कर के खरीदी करेंगे , बनारसी पान खाएंगे और बनारसी साड़ी भी खरीद सकते हैं । बनारस में रात्री विराम ।
दिन 14 : प्रयागराज के लिए प्रस्थान
त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे , सोते हनुमान के दर्शन करेंगे , भरद्वाज आश्रम दर्शन कर के चित्रकूट पहुंचकर रात्री विराम करेंगे।
दिन 15 : चित्रकूट
चित्रकूट में रामघाट , मन्दाकिनी स्नान , कामत नाथ भगवान, बाँके बिहारी, भारत मंदिर, हनुमान धारा, स्फटिक शीला, अनसूया आश्रम , गुप्त गोदावरी गुफा दर्शन कर के रात्री विराम करेंगे।
दिन 16 : उज्जैन
सुबह उज्जैन के लिए निकलेंगे। रात्री प्रवास कर के उज्जैन पहुंचेंगे।
दिन 17 : उज्जैन भ्रमण
सुबह उज्जैन में महाकालेश्वर , काल भैरव के दर्शन करेंगे। संदीपनी आश्रम, भृत हरी गुफा के दर्शन कर के रात को डाकोर के लिए निकलेंगे । सुबह डाकोर रणछोडराय के दर्शन करेंगे ।
दिन 18 : राजकोट प्रस्थान
डाकोर दर्शन कर के अहमदाबाद और राजकोट वापिस प्रस्थान कर के यात्रा पूर्ण करेंगे।